
संयम से जीवन को जीना चाहिए
“जैसे जीवन में सुख और दुख साथ साथ चलते हैं, वैसे ही राग और द्वेष भी साथ साथ चलते हैं।” सफलता और असफलता प्रायः जीवन में आती रहती हैं। “व्यक्ति

असफल होने पर दुखी या निराश न हो
“जीवन में सफलता और असफलता तो सदा चलती ही रहती है, जैसे जागना और सोना बारी बारी से होता रहता है।”जीवन को सरल और कठिन बनाने के लिए व्यक्ति का

ईश्वर को साक्षी मानकर सारे कार्य करें
“नास्तिकता इतनी अधिक बढ़ चुकी है, कि न तो कोई ईश्वर को समझता है, और न कोई उसकी कर्मफल व्यवस्था को।” वेदों का पुराना प्रसिद्ध सिद्धांत है, कि “दंड के