
चिंतन करने का सही तरीका
“अपने सोचने का ढंग ठीक करें, स्वयं सुख से जीवन जीएं, और दूसरों को भी सुख से जीने देवें। यही जीवन जीने का सही तरीका है।” कोई भी व्यक्ति सारा

ईश्वर को साक्षी मानकर सारे कार्य करें
“नास्तिकता इतनी अधिक बढ़ चुकी है, कि न तो कोई ईश्वर को समझता है, और न कोई उसकी कर्मफल व्यवस्था को।” वेदों का पुराना प्रसिद्ध सिद्धांत है, कि “दंड के

आजकल आप की दिनचर्या कैसी चल रही है?
“आलसी लोग ‘आज’ का काम ‘कल’ पर टालते रहते हैं। और उनका वह ‘कल’ कभी नहीं आता।” जब मैं वेदप्रचार कार्य में लोगों से बातचीत करता हूं। उनसे उनकी दिनचर्या